Javed Akhtar ki shayari

बंध गई थी दिल में कुछ उम्मीद सी ख़ैर तुम ने जो किया अच्छा किया

जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में हुआ था। उनके पिता जान निसार अखतर प्रसिद्ध प्रगतिशील कवि और माता सफिया अखतर मशहूर उर्दु लेखिका तथा शिक्षिका थीं।

इस शहर में जी ने के अंदाज निराले है , होंठो पे लतीफे है आवाज़ में चाले है !

अपनी वजहें-बर्बादी सुनिये तो मजे की है जिंदगी से यूं खेले जैसे दूसरे की है

“इक मोहब्बत की ये तस्वीर है दो रंगों में शौक़ सब मेरा है और सारी हया उस की है”