desh bhakati shayari in hindi

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quotes on desh bhakti

 

 हमें क्या मिला
हमने कभी सोचा नहीं
हमें क्या मिलेगा
इसकी हमें कोई लालसा नहीं,
परन्तु हम इस वतन को क्या दे पायेंगे,
इसकी फिक्र दिन रात जेहन में रहती हैं..

 

 

सब कुछ मुश्किल है,
फिर भी आसान लगता हैं,,
एक वतन की ही मोहब्बत हैं ..
जिसमें जान देना भी आसान लगता हैं…!!

 

 

“बहती हवाएं दें जाती है पैगाम कई
होंगे तेरे चाहने वाले बहुत
लेकिन वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं,

 

 

सरहद से बेहतर कोई घर नहीं
और तिरंगे से बढ़ कर कोई शान नही

 

 

गली मोहल्ले वाला इश्क भी
कोई इश्क है क्या……
इश्क की दांस्ता उनसे सुनो
जिनको वतन से इश्क है।

 

मौत धकेलेगी मुझे,
मैं पलट कर आउंगा
बिखरा रहूँगा में,
फिर भी सिमट कर आउंगा
और जिंदगी नसीब होगी,
मुझको मेरी मौत के बाद
एक फ़ौजी हु मैं
तिरंगे में लिपट कर आउंगा
#जयहिन्द

 

समूचे देश का उनको
नमन यू ही नही मिलता

अदब समान का उनको
गबन यू ही नही मिलता

वो वतन की आन की खातिर
जो अपनी जान देते है…..

शहीदों को तिरंगे का
कफ़न यू ही नही मिलता

 

सो गये जो ओढ़ तिरंगा,
भारत माँ की गोद मे,
होंगे ऐसे वीर पैदा,
फिर से माँ की कोख में!

                                     

 

शोलों से खेलना जानते है,
चुनौतियों से जूझना जानते हैं।
जानते हैं वतन की रखवाली हम,
वतन पर हँसकर जान देना भी जानते हैं।

 

desh bhakati status

 

वतन पर मर मिटे जिन मां-ओं के बेटे,
उन मां-ओं को भला कैसे सब्र आएगा,

 

शहीदों के लहू का ‘इंकलाब’ आएगा,
दुश्मन ए वतन ‘रोएगा’ तू गिड़गिड़ाएगा,

 

 

बना कर चुनौतियों को
अपना हमसफर,

हमारी निगाहों में तो बस….
मंजिलें होती हैं।

 

desh bhakati 2022

 

अगर बात देश की हो,
ना कुछ जरूरी ,फिर ना कुछ पहले
हर बात देश के बाद होती है।

 

इस प्रतिपल बदलते जहाँ में,
हम कल भी थे, आज भी हैं
और आने वाले हर पल रहेंगे,
राष्ट्र के हर कण, हर प्राण में।

 

फिर भी गर मर गए
अपने वतन के वास्ते,
बुलबुलें कुर्बान होती हैं
चमन के वास्ते।

 

 है दुआ,
मुकम्मल हो सभी ख्वाईशें मेरी
और पूरे हो हर अरमान।

 

desh bhakati images

तिरंगा हो सुबह मेरी
और तिरंगा ही हो जिंदगी की शाम।

 

 

 

खून का आखरी कतरा हो जिसके खातिर
और होठों पर हो “मां तुझे सलाम”।

 

“कोई प्रश्न नहीं,
मैं तो सिर्फ उत्तर हूँ।

समस्या तो कोई नहीं,
मैं तो सिर्फ समाधान हूँ।

बना के अपने जिगर को फौलाद,
मैं तो देश का अडिग पहरेदार हूँ।”
#JaiHind

 

 नहीं ढूंढते अपनी ख्वाईशों को आसमानों में,
अपना तो मुकम्मल जहां है वतन की राहों में।
खिले होंगे सरसों हमारे खेतों-खलिहानों में,
हमको तो महका जाती है खुशबू इन हवाओं में

Heart touching lines for someone special

 

with audio shayri for husband and wife love

HARNEET KAUR (Ishq Kalam):