मैं अपने blog में आपका स्वागत करती हूं। चलिए आइए आज मैं आपके साथ कविता कम और पहेली लिख रही हूं।आप सोच रहे होंगे इसका क्या मतलब है।इसका यह मतलब है कि यह एक कविता की तरह है लेकिन इसमें मैंने आपसे एक पहेली पूछी है। आप इसे पढ़कर उत्तर जरूर दीजिए।
I welcome you to my blog. Let me write a poem and puzzle with you today. You must be wondering what it means. It means that it is like a poem, but in this I have asked you a puzzle. You must read it and answer it.
Puzzle
कौन हूं मैंवह जिद पर अड़ारास्ते पर पड़ाकोई तो उसे हटाएयह सोचकर वह गड़ा।सब आ रहे हैं वहांसब जा रहे हैं वहांकोई तो उसे हटाएयह सोचकर वह गड़ा।कौन हूं मैंसब सोच रहे होंगेइस पंक्तियों को पढ़करखोज रहे होंगे।पांव के नीचे जब मैं आयाहाथ बढ़ाकर मुझे उठायाफिर ना जाने कहां गिरायाकौन हूं मैं अब समझ में आया।
आप इस पहेली का उत्तर मुझे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं ।धन्यवाद
Puzzle
Who am i
He adamantLying on the roadSomeone remove itThinking this he buried.Everyone is coming thereEveryone is going thereSomeone remove itThinking this he buried.Who am iEveryone must be thinkingBy reading these linesMust be searchingWhen i came under footRaised my handDon’t know where it fellWho i am now i understand
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