Ahmad Faraz Shayari

रूठ जाने की अदा हम को भी आती है फ़राज़ काश होता कोई हम को भी मनाने वाला।

मशहूर नाम – अहमद फ़राज ( Ahmad Faraz ) असली नाम – सैयद अहमद शाह उपनाम -फ़राज जन्म – 14 जनवरी 1931

उसकी जफ़ाओं ने मुझे एक तहज़ीब सिख दी है फ़राज़ मैं रोते हुए सो जाता हूँ पर शिकवा नहीं करता।

उसे तेरी इबादतों पे यकीन है नहीं, जिस की ख़ुशियां तू रब से रो रो के मांगता है।

कौन देता है उम्र भर का सहारा, लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं..