famous shayar sahil ludhianvi

आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें हम मोहब्बत से मोहब्बत का सिला देते हैं

यूँही दिल ने चाहा था रोना-रुलाना तिरी याद तो बन गई इक बहाना

Sahir ludhianvi

जब तुम से मोहब्बत की हम ने तब जा के कहीं ये राज़ खुला मरने का सलीक़ा आते ही जीने का शुऊर आ जाता है

दिल के मुआमले में नतीजे की फ़िक्र क्या आगे है इश्क़ जुर्म-ओ-सज़ा के मक़ाम से