shayari on love feeling
love shayari | love feeling with someone with images | love shayari download |love dialogue with images | latest love dialogues with feeling
love status
तेरे इश्क की परछाई हूं मैं
तेरे संग तुझ में समाई हूं मैं
तू चले तेरे साथ आई हूं
मैं तेरे इश्क की परछाई हूं मैं।
मुझे कुछ बयान नहीं करना….
किसी के नाम कोई पैगाम नही करना.…..
हम जैसे है…. वैसे ही रहे….
कोई बोले …. जिद्दी….
फिर भी ऐतराज़ नहीं करना।
फर्क बस इतना है….
कि वह हमारी मोहब्बत को समझ नहीं सकते….
और….हम….
उनकी मोहब्बत को समझा नहीं पाते….।
क्या ख्वाहिश है तुम्हारी….
हर ख्वाहिश को पूरा कर देंगे हम….
क्योंकि..हमारी ख्वाहिश ही ख्वाहिशों को पूरा करने की।
जिंदगी में गम के साथ और खुशी के साथ जी लो,
पर कभी किसी आदत को इन के बीच न आने दो..
वरना जिंदगी थम सी जाती है।
मुझे सहारे की नहीं ….
बस एक किनारे की जरूरत है….
जहां बैठकर… मैं उन ख्वाबों को ले सकूं….
जो कभी अधूरे न रहे।
तेरी खुशी में शामिल हो हम…तेरे ग़म का सहारा बने…बस..इसके अलावा हमें ओर कुछ न गवारा लगे।
तुझसे… क्या कुछ सीखा मैंने…
इसका तुझे अंदाजा नहीं….
बस यही कहूंगी… तुझे…
कि तेरे जैसा… किसी का तकाजा नहीं।
ख्याल….हमेशा उन्हीं के सताते हैं
जिनका न मिलना मुकद्दर में होता है।
मुझे उससे बात करने का गम नहीं,
उसके चुप रहने का गम सताता है।
love feeling status
तेरी और मेरी… तड़प में कुछ ज्यादा अंतर नहीं है…
बस… तू वहां तड़पता है और मैं यहां।
उन्हे क्या मालूम….
कि हम इंतजार करते-करते थक जाते हैं
और वह….यह बोलकर…
कि रूको…. अभी बात करता हूं।
तेरी यादों को कहां छुपाए….
अब तो….
मेरा दिल भी उन्हें जगह नहीं देता।
किसी को क्या फर्क पड़ता है…..
कोई क्या सोचता है किसी के लिए…..
क्योंकि हक भी जमाने के लिए….
उसके साथ….. रिश्ते का नाम होना जरूरी हैं।
दिन भर उनकी फिक्र सताती…
शाम होते-होते… मैं.…थक सी जाती…
फिर रात में… कुछ कहे नहीं पाती ….
और… सुबह फिर उनकी फिक्र में लग जाती।
उनकी डांट सुनकर…..
सहम सी जाती हूं मैं…
सीधे… दिल पर लगाती हूं मैं….
अश्कों से आंसू…. बहाती हूं मैं…
और.…. फिर कहती हूं ….
तुमसे ज्यादा….. तुम्हारी डांट…
प्यारी लगती है मुझे।
शिक़वा भी रखते हैं और शिकायत भी तुम्हीं से।
प्यार तुमसे करने का जुल्म है,
सजा चाहिए भी तुम्हीं से।
रिश्ता ऐसा बेमिसाल हो हम दूर हो…
या पास हो…. तेरा साथ… सदा… मेरे साथ हो।
हम तो बस… यूं ही…
अपनी नींद ख़राब कर लेते,
और…. वह… बस यूं ही.…. कहते है कि….
बस…. अपने खाली समय में याद कर लेती हो तुम हमें….।
तेरी चाहत…. का कोई जवाब नहीं
हमारे पास इसका कोई सवाल नहीं
चाहते… तो सवालों का काफिला शुरू कर देते
लेकिन तेरी चाहत से ज्यादा हम खास नहीं।
मेरे यादों के साए में….
हकीकत-ए-एहसास लिए…. तुम्हे पा रहे थे
और तुम बस…उन एहसासों को सुने जा रहे थे
कि हम कितनी मुहब्बत करते हैं तुम्हें।
love shayari
छुपा लेते हैं ….अपने दिल की बातों को,
फिर क्यों अज़माता …ज़माना.. दिवानों को। #ishqkalam
शिकवा गिला भी क्या करें….. उनके …..
समझ भी नहीं हमें…क्या रिश्ता है हमारा। #ishqkalam
उनको क्या मनाए,बार-बार,
बेरुखी आ जाती , हर बार।
#ishqkalam
तेरे जिस्म को… पाना नहीं मुझे,
तेरी रूह से…..जो मुलाकात हो गई मेरी।
#ishqkalam
खामोशी और नाराज़गी……
खामोश रहकर नाराज़गी जताना…….
नाराज़ रहकर खामोश रहने…. में कोई अंतर नहीं।
#ishqkalam
कुछ लफ्ज़ दिल पर चुभ जाते,
भूलकर भी,फिर याद आ जाते।
तेरे आने से, खुद को आसमां में पाती हूं
तेरे चले जाने से, खुद-ब-खुद जमी पर उतर जाती हूं।
#ishqkalam
वह अपने इश्क की कीमत मांगते,
उन्हें क्या मालूम उनका इश्क ही हमारी कीमत।
#ishqkalam
मेरे इश्क ने सब कुछ कुर्बान किया,
तेरे हर रिश्ते को अपना नाम दिया,
ओर क्या पाओगे,
जिंदगी में तुम हमसे
मेरी मौत ने भी यही पैगाम दिया।
#ishqkalam
poet by Harneet kaur(ishqkalam)