तेरी तस्वीर भले ही रंगीन न हो तेरे बदलते मिजाज रंगीन से लगते है।

Two liner shayari

तुझे चाहकर भी क्या कर लेंगे। तेरी चाहत से मोहब्बत कर लेंगे।

इरादा तो ना था तुमको आदत बनाने का ..... और देखो ना तुम इबादत बन गए ....!!!

कुछ तो है तुझमें जिसे देख न पाए हम। क्यों तेरे आने से सब कुछ भूल जाए हम।

उसने परख कर हमें अपना बनाया। बड़ी मुद्दत के बाद हमें समझ आया।

ज़रा सुनो, तुम्हारी तस्वीर हर किसी को 🖤and 🤍 नज़र आती है। पर मुझे रंगीन, ऐसा क्यों।